Published in the Sunday Navbharat Times on 06 July 2025
'तो आप अलास्का होकर आए हैं? वाह! कैसा रहा? क्या ये सच है कि वहाँ आधी रात में सूरज और नॉर्दर्न लाइट्स जैसी चीज़ें होती हैं?’
ये वो सवाल था जो एतिहाद की एयर होस्टेस ने मुझसे पूछा, जब उसने मुझे मेरी पानी की बोतल वापस दी - जिस पर बड़े अक्षरों में अलास्का’ लिखा हुआ था। मैं ग्लेशियरों और सोने की खानों के देश से घर लौट रही थी और मेरी साधारण सी बोतल के कारण एक गर्मजोशी वाली और अप्रत्याशित बातचीत शुरू हो गई थी।
स्मृति चिन्हों या सोवेनियर्स में यही तो खास बात होती है - वे मेमरी कॅप्सूल या छोटी टाइम मशीन की तरह होते हैं, जो आपको तुरंत उस जगह पर वापस ले जाते हैं, जहाँ आप कभी गए थे। उनसे न केवल आपको अपने किसी सफर की याद ताजा हो जाती है, बल्कि वे दूसरे लोगों को भी आपकी कहानी में आमंत्रित कर देते हैं।
आजकल मैं जहाँ भी जाती हूँ, वहाँ एक रीयूज़ेबल वाटर बॉटल अपने साथ रखती हूँ। ये एक ईको-फ्रेंडली आदत है, जो मैंने अपनी यात्राओं में शामिल की है। अब ज़्यादातर जगहों पर रिफिल स्टेशन बन गए हैं और कई रेस्टोरेंट्स ऐसी बोतलों को सहर्ष भर देते हैं। लेकिन मैंने इसमें एक पर्सनल ट्विस्ट जोड़ा है,और वो ये है कि अब मैं हर उस जगह से एक नई पानी की बोतल खरीद लेती हूँ, जहाँ मैं जाती हूँ। ये व्यवहारिक भी होता है, सस्टेनेबल भी है और सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि ऐसा करना एक सार्थक कदम होता है। जब भी मैं अपनी अलास्का की बोतल से पानी पीती हूँ, तो मैं उस जंगली तथा हवा से भरपूर वंडरलैंड में वापस पहुँच जाती हूँ।
सिर्फ यादें नहीं, बल्कि सार्थक स्मृतिचिह्न: जब हम यात्रा करते हैं, तो हम स़िर्फ यादों को ही इकट्ठा नहीं करते हैं। हम वहाँ हज़ारों तस्वीरें लेते हैं, सबसे खूबसूरत नज़ारों को कैद करने की कोशिश करते हैं, और अक्सर दोस्तों और परिवार के लिए उपहार और सोवेनियर भी खरीदते हैं। हालाँकि, कई बार हम यह खरीदारी आखिरी मिनट के लिए छोड़ देते हैं और सोवेनियर की दुकानों या एयरपोर्ट पर जो भी मिल जाता है, उसे खरीद लेते हैं।
लेकिन इससे मुझे यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि अगर हम अपनी यात्रा के दौरान खरीदी गई चीज़ों पर थोड़ा और ध्यान दें, तो हम एक और चॉकलेट बॉक्स या परफ्यूम की बोतल के बजाय ऐसी चीज़ें लेकर आ सकते हैं, जो वाकई मायने रखती हैं। जैसे शंख में समुद्र की फुसफुसाहट होती है, वैसे ही हमारे स्मृति चिन्हों में कहानियाँ हो सकती हैं, जो हमें यात्रा के दौरान किसी बेहतरीन पल में वापस ले जाती हैं। अलास्का में मैंने इसे गहराई से महसूस किया, बार-बार किया।
फेयरबँक्स में सोने, और कहानियों की खोज: फेयरबँक्स में मैंने खुद को गोल्ड डॉटर्स में इतिहास को फिर से जीते हुए पाया, जो शहर के ठीक बाहर अपने हाथों से सोना खोजने का एक दिलचस्प अनुभव है। अलास्का की आधुनिक कहानी वास्तव में सोने से शुरू होती है, जिसे 1896 में क्लोंडाइक गोल्ड रश के दौरान खोजा गया था। तब तक इसे एक बंजर और बर्फीले जंगल के रूप में खारिज कर दिया गया था, जिसे रूस से केवल 7.2 मिलियन डॉलर (60 करोड़ रुपए से थोड़ा अधिक) में खरीदा गया था। लेकिन वहाँ मौजूद सोने ने सब कुछ बदल दिया।
गोल्ड डॉटर्स में, मुझे एक फावड़ा और तगारी (पॅन) दी गई, और यह दिखाया गया कि 19वीं सदी के प्रॉस्पेक्टर की तरह इन्हें कैसे घुमाना और छानना है। जब मैंने आखिर में तगारी में सोने के चमकते हुए छोटे-छोटे टुकड़े देखे, तो मुझे बचपन जैसा रोमांच महसूस हुआ। टीम ने उन्हें कांच की शीशी में बंद करने की पेशकश की, या उन्हें एक गोल्ड फ्लेक पेंडेंट में बदल दिया।
मैंने पेंडेंट चुना, क्योंकि मुझे पता था कि अगर मैं सोने के गुच्छे को शीशी में भरकर घर ले गई, तो वे ड्रॉवर में ही रखे रह जाएँगे। लेकिन नेकलेस? यह एक ऐसी कहानी है जिसे मैं पहन सकती हूँ। और हर बार, जब कोई इसकी तारीफ करता है, तो मैं कहती हूँ,‘थँक्स, पर सच तो ये है कि मैंने इसे अलास्का में खुद ही खोजकर तैयार किया है!’
सफेद पानी, जंगली फूल और गर्मजोशी भरी मुस्कुराहट: फेयरबँक्स से हम डेनाली नेशनल पार्क और टॉकीटना के आकर्षक छोटे टाउन के सफर पर गए। ़फन ़फॅक्ट: पारंपरिक अलास्का भाषाओं में ‘ना’ का मतलब होता है ‘नदी’ - यह सही भी था, क्योंकि मेरी डेनाली यात्रा का मुख्य आकर्षण नेनाना नदी पर राफ्टिंग करना था।
हमने क्लास 3-4 रॅपिड्स के साथ एडवांस टूर का विकल्प चुना और हम वेटसूट, हेलमेट और रबर बूट पहनकर निकल पड़े। जल्द ही हम भीग गए और हंसने लगे, एक के बाद एक रोमांचकारी रॅपिड्स को पार करते हुए।
इसके बाद हम तालकीतना से गुजरे, जो मुझे समय में पीछे चले जाने जैसा लगा। वहाँ हर दुकान की अपनी छोटी सी दुनिया थी। अलास्का के लोग अविश्वसनीय रूप से मिलनसार होते हैं, क्योंकि मैं जहाँ भी गई, मैंने खुद को स्थानीय लोगों से बात करते हुए पाया जो अपने हस्तनिर्मित शिल्प पर बहुत गर्व करते हैं और उन्हें लेकर भावुक होते हैं। मैंने सीखा कि अलास्का में जिस भी चीज़ पर सिल्वर हँड का निशान होता है, उसके हस्तनिर्मित होने की गारंटी होती है।
एक दुकान पर मैंने ड्रीमकॅचरों की ताऱीफें की और उनके बगल में एक मॉडर्न ट्विस्ट पाया, जो कि मालिक द्वारा खुद बनाया गया एक फ़्लोरल वर्ज़न था।
उसने बताया कि कैसे उनकी सभी डिजाइनें प्रकृति से प्रेरित होती हैं। पारंपरिक अलास्का के सामानों से भरी एक दूसरी दुकान में मैं ये देखकर रोमांचित हो रही थी कि कैसे पंख, ऊन, हाथीदांत और हड्डी का उपयोग सम्मान के साथ किया जा सकता है, जिनमें किसी चीज़ की बर्बादी नहीं होती है। यहाँ प्रकृति के साथ एक गहरा, सहज सामंजस्य है जो मुझे बेहद खूबसूरत लगा।
आधी रात के सूरज के लिए आइसक्रीम: सभी सोवेनियर खरीदे नहीं जाते, बल्कि कभी-कभी वे अनुभव से मिलते हैं। मैंने खुद को एक आइसक्रीम की दुकान के सामने खड़ा पाया, जो केवल अलास्का की अल्पकालीन गर्मियों में ही खुलती है। कई अलास्का वासियों के लिए इसका खुलना मौसम के आगमन का संकेत होता है।
मैं उस सेलिब्रेशन में शामिल हुए बगैर कैसे रह सकती थी?
मैंने ऊपर देखा - रात के 11:00 बज चुके थे, और सूरज इस वक्त भी चमक रहा था। मैं उसे देखकर मुस्कुरा दी, ये महसूस करते हुए कि मैं मशहूर मिडनाइट सन के नीचे खड़ी हूँ।
उलू नाइफ, पंद्रह साल बाद:
सोवेनियर आपकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का एक अजीब हिस्सा बन जाते हैं। पंद्रह साल पहले अलास्का की अपनी पहली यात्रा पर मैंने एक पारंपरिक उलू नाइफ खरीदा था, जो एक घुमावदार ब्लेड जैसा होता है, जो किसी चीज़ को काटने के लिए परफेक्ट होता है। मैं इसे कभी-कभी इस्तेमाल करती हूँ, जैसे मुझे याद है कि एक दिन मैंने देखा कि मेरी कुक मछली काटने के लिए उसका इस्तेमाल कर रहा थी।
मैंने सचेत होकर उससे पूछा कि ‘तुम ये क्या कर रही हो?’
उसने ऊपर देखा और उसने मुस्कुराते हुए कहा ‘यह मछली काटने के लिए बहुत अच्छा है।’ तब मुझे एहसास हुआ कि वो बिल्कुल सही बोल रही थी।
इस ट्रिप पर मैंने एक स्थानीय व्यक्ति से इसके बारे में पूछा और उसने बेहिचक होकर कहा कि ‘इसका इस्तेमाल खास तौर पर मछली के लिए किया जाता है, लेकिन वास्तव में इससे हर चीज काटी जा सकती है।’ मैं मुस्कुराई। मेरी कुक को इसका पहले से ही पता चल गया था। और एक बार फिर, एक सोवेनियर मेरे किचन का एक जीवंत और उपयोगी हिस्सा बन गया।
स्वीट सिरप, सुंदर उड़ानें, और समुद्र के किनारे ग्लेशियर: अपनी उस यात्रा से वापस लौटने के समय में मैं वहाँ की एक स्थानीय स्वामित्व वाली बर्च सिरप फॅक्ट्री में गई, जहाँ बर्च के पेड़ों से रस को धीरे-धीरे एक गाढ़े, अर्थी सिरप में बदल दिया जाता है। वो मुझे अलास्का का एक परफेक्ट और अनोखे गिफ्ट की तरह लगा, इसलिए मैंने घर वापसी पर दोस्तों के लिए कुछ बोतलें खरीद लीं।
मैं बेशक कुछ क्लासिक लिए बिना वहां से नहीं जा सकती थी, और वो थे मॅग्नेट, जी हाँ, पर वो केवल मेरे लिए थे, जो छोटी-छोटी खुशियों भरी ट्रॉफियों की तरह थे। वहाँ और भी कई यादगार पल थे - ग्लेशियरों और पहाड़ों पर एक खूबसूरत फ़्लाइटसीइंग टूर, डेनाली से तालकीतना तक अलास्का रेलरोड पर एक ट्रेन राइड, जहाँ समय धीमा हो गया था और हर खिड़की से दिखनेवाले नज़ारे मानो किसी पोस्टकार्ड की तरह थे, व्हिटियर से एक ग्लेशियर क्रूज़, जहाँ हमने विशाल बर्फ की चट्टानों को टरक्वोइस वाटर में गिरते देखा।
और हाँ, सॅल्मन। अगर आपको मछली पसंद है, तो स्थानीय सॅल्मन डिशेज़ खाना न भूलें। अगर उन्हें सही तरीके से तैयार किया जाता है, तो वे दुनिया के सबसे स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक होते हैं। वहाँ आप भालू देखने भी
जा सकते हैं, या किसी दूरदराज की झील में सीप्लेन से जाकर मछली पकड़ने पर अपना हाथ भी आजमा सकते हैं।
सोवेनियर, जो बोलते हैं: सोवेनियर स़िर्फ यादगार नहीं होते। वे रंगों, गंधों, बनावटों और स्वादों में लिपटे किस्से होते हैं। वे निमंत्रण भी होते हैं। अलास्का की पानी की बोतल ने बीच उड़ान में बातचीत की शुरुआत की। सोने का पेंडेंट उत्सुक नज़रों को आकर्षित करता है। बर्च सिरप को जल्द ही पॅनकेक पर डाला जाएगा और कहानियों के साथ उसे साझा करके उसका स्वाद लिया जाएगा।
अलास्का की हर एक चीज़, यानी जो कुछ 'मेड इन अलास्का' है वह सबकुछ, यहाँ तक की वहां की प्राकृतिक सौंदर्य भी बेहद खूबसूरत और लुभावना है।
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