Published in the Sunday Navbharat Times on 22 June 2025
उनकी बातों से हमें ये यकीन हो गया कि हम जो सोच रहे थे वो बिल्कुल सही है, कि लोगों को इस तरह से आराम से और हर चीज़ को महसूस करते हुए घूमने की सच में ज़रूरत है
क्या ये सच में मुमकिन है कि आप किसी ग्रुप टूर में एक शानदार पूल विला में आराम फरमाएँ? या फिर आप एक शांत सनराइज़ योगा सेशन से अपने दिन की शुरुआत करें, दोपहर में आराम करें और शाम को किसी नई जगह पर घूमने निकल जाएँ? क्या हम उस टूर में बढ़िया लोकल खाना खा सकते हैं, वहाँ के लोगों से मज़ेदार कहानियाँ सुन सकते हैं, और हमें ये टेंशन भी नहीं हो कि सब कुछ कैसे होगा, क्योंकि हमारे साथ हों वीणा वर्ल्ड के टूर मॅनेजर, जो हमें भारत और दुनिया की सबसे बढ़िया जगहों पर घुमाएँ?
वीणा वर्ल्ड के नए शानदार लक्ज़री ग्रुप टूर्स के साथ, इसका जवाब है - जी हाँ, बिल्कुल! हमने इन ग्रुप टूर्स को बिल्कुल नए तरीके से पेश किया है, जिसमें आपको ग्रुप में घूमने की सुविधा और सुरक्षा तो मिलती ही है, साथ ही लक्ज़री हॉलिडे का मज़ा भी मिलता है।
वीणा वर्ल्ड में हम लोगों के फीडबॅक बड़े ध्यान से सुनते हैं, क्योंकि हमारे पर्यटक हमसे जो कुछ भी कहते हैं, उससे हमें और भी अच्छे हॉलिडे बनाने में मदद मिलती है। अभी हाल ही में हमें एक चिट्ठी मिली थी, जिसमें लिखा था: ‘हमें ग्रुप में घूमने में जो सुरक्षा और सुविधा मिलती है, वो तो हमें पसंद है ही, लेकिन हमें इसमें थोड़ी फ़्लेक्सिबिलिटी और फ्री टाइम भी चाहिए। यानी अगर हमारे दोनों हाथों में लड्डू हो तो मज़ा आ जाए!‘ ये मुश्किल तो था, पर हमने सोचा कि चलो ये भी करके दिखाते हैं!
हमारा गेस्ट कनेक्ट डीपार्टमेंट हमेशा हमारे पर्यटकोफ्ल से उनकी राय लेता रहता है और हमारी प्रोडक्ट टीम को बताता है। हम जानते हैं कि हर ट्रॅवलर युनिक होता है। किसी को जल्दी-जल्दी कई जगहें घूमना पसंद होता है, तो किसी को एक ही जगह पर आराम से घूमना और उस जगह को अच्छे से जानना पसंद होता है। हमारी कुछ महिला पर्यटक हैं, जिन्हें आराम से घूमना और शाम को खूब मस्ती करना अच्छा लगता है, और ऐसा ही कुछ चाहते हैं हमारे कुछ जोशीले सीनियर ट्रॅवलर्स, जिन्हें भी इसी तरह से घूमना-फिरना पसंद है। पर हम भी कुछ कम नहीं हैं, हमारे पास हर तरह के ट्रॅवलर के लिए टूर मौजूद है। लेकिन आजकल लोग कुछ और भी कहने लगे हैं : ‘हमें घूमना तो है... लेकिन लक्ज़री के साथ, फिर बात चाहे टाइम की हो, स्पेस की हो, या फिर प्रीमियम अकॉमोडेशन की हो, लक्ज़री तो होनी ही चाहिए।‘
मुझे उनकी ये बात बहुत सही लगी। कई लोगों ने कहा कि उन्हें एक बार में एक ही जगह पर जाना, उसे अच्छे से घूमना और वहाँ के हवा-पानी में घुल-मिल जाना अच्छा लगता है। सीधी बात ये थी कि आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में, हमारी छुट्टियाँ ऐसी होनी चाहिए, जिनसे हमें सुकून और आराम मिले, थकान नहीं।
तो हम काम पर लग गए और कुछ ऐसा करने की सोची जो पहले किसी ने नहीं किया था - लक्ज़री ग्रुप टूर्स। ये टूर्स छोटे ग्रुप्स में होती हैं और हमने इन्हें आराम से घूमने के लिए बनाया है तथा इनमें आपको बहुत कुछ नया देखने और करने को मिलता है। ये टूर्स आपको हर पल का मज़ा लेने का मौका देती हैं। हमने सोचा कि अब ‘स्लो टूरिज़म‘ वाला सिस्टम होना चाहिए। और यही हमारा मंत्र बन गया।
चलिए, मैं आपको बताती हूँ कि इसका क्या मतलब है, और साथ ही मैं आपको बताने वाली हूँ कुछ सबसे बढ़िया टूर प्रोग्राम्स, जो हमने लॉन्च किए हैं।
कश्मीर: कुदरत के मास्टरपीस में मौजूद शांति और रोमांच - कश्मीर, जिसे सच में ‘धरती का स्वर्ग‘ कहा जाता है, सिर्फ खूबसूरत नज़ारों से ही ताल्लुक नहीं रखता है, बल्कि ये दिल को छू लेने वाला अनुभव भी देता है। सोचिए, आप हिमालय की ताज़ी हवा में उठते हैं और थाजीवास ग्लेशियर तक आराम से घूमने जाते हैं। कोई जल्दी नहीं, कोई लिस्ट नहीं। बस एकदम शुद्ध और सुंदर नज़ारे - बर्फ से ढकी पहाड़ियाँ, देवदार के पेड़ों से सजी घाटियाँ, और सिर्फ पक्षियों की चहचहाहट और आपकी अपनी साँसों की आवाज़।
गुलमर्ग में होटल पर वापस आकर, आप गरम-गरम काहवा पीते हैं, जिसमें घुली दालचीनी और केसर आपको सुकून देते हैं,और आप अपने बढ़िया होटल के कमरे से पहाड़ों के नज़ारे देखते हैं। दोपहर में आप आराम भी कर सकते हैं और चाहें तो कुछ मज़ेदार चीज़ें भी कर सकते हैं - जैसे स्नोमोबाईलिंग, व्हाइट वाटर राफ्टिंग, और दल झील में शांत शिकारा की सवारी।
शाम को आराम से बैठकर खाना खाने का मज़ा ही कुछ और है - जैसे कश्मीरी वाज़वान, जिसमें कई तरह के पारंपरिक व्यंजन होते हैं। इससे केवल आपका पेट ही नहीं भरता, बल्कि ये आपके दिल को भी खुशी देता है, क्योंकि इसके ज़रिए आप इस जगह की सदियों पुरानी खान-पान की परंपरा से जुड़ते हैं।
नेपाल: सेहत और संस्कृति की खोज
नेपाल एक पर्सनल फेवरेट है और ये पॅन्डेमिक के बाद किए जाने वाले वेलनेस ट्रॅवल का शायद सबसे अच्छा उदाहरण है। हमारे मेहमान सारंगकोट होटल जैसी जगहों पर रहते हैं, जहाँ सबसे खास चीज़ है हिमालय को देखते हुए सुबह-सुबह योगा करना। सुनहरी रोशनी, पहाड़ों की शांति, और ज़मीन से जुड़े होने का एहसास-ये सब कुछ ऐसा है जिसे आप कभी नहीं भूलेंगे।
फिर आप चितवन के शांत पानी में नाव की सवारी करते हैं, थारू गाँवों में स्थानीय कलाकारों के साथ मिट्टी के बर्तन बनाते हैं, और स्थानीय नेवारी और थाकाली खाने का लुत़्फ लेते हैं, जो स्वाद और परंपरा से भरपूर होते हैं। ये ऐसी टूर है जो आपकी इंद्रियों को शांत करती है, उन्हें उत्तेजित नहीं करती।
भूटान: खुशी और शांति का देश - भूटान अपनी ही रफ़्तार से चलता है, और यही बात इसे खास बनाती है। हम यहाँ अपने टूर को भी कुछ ऐसा ही बनाना चाहते थे। यहाँ हमारे पर्यटक नदी के किनारे बैठकर खाने का आनंद लेते हैं, ‘मो चू‘ नदी में धीरे-धीरे राफ्टिंग करते हैं, और टाइगर्स नेस्ट मॉनेस्ट्री तक घूमने जाते हैं - किसी चुनौती की तरह नहीं, बल्कि आराम से, हर चीज़ को नफासत से महसूस करते हुए।
आप यहाँ के ट्रेडिशनल फार्महाउसों की सैर करते हैं, लिविंग इंटरएक्टिव म्यूजियम देखते हैं, और शाम को आपको ऐसा कल्चरल पऱफॉर्मेंस देखने को मिलता है, जो किसी शो की तरह नहीं, बल्कि एक कहानी की तरह लगता है। भूटान सिर्फ जगहों की लिस्ट बनाने और उन्हें देखने के बारे में नहीं है। ये हर पल को महसूस करने के बारे में है। और यही बात हमारे पर्यटकोफ्ल को सबसे ज्यादा पसंद आती है।
लद्दाख : सादगी और कुदरत के करिश्मों का मेल - मैंने पहाड़ों पर घूमते हुए खुद ये महसूस किया है कि कुदरत हमें कितना सुकून दे सकती है। यही सोच हमारे लद्दाख के लक्ज़री टूर में भी है। इंडस रिवर के किनारे योगा करने से लेकर नुब्रा वॅली में घोड़े पर घूमने तक, हर चीज़ का मकसद है जुड़ना - प्रकृति से, लोगों से और खुद से।
यहाँ हमारे पर्यटक पुराने मॉनेस्ट्रीज़ में रहने वाले भिक्षुओं से मिलते हैं, गाँवों में घूमते हैं, और ऐसी जगहों पर रहते हैं जो देखने में तो बेहद सुंदर होती ही हैं,पर साथ ही उन्हें पर्यावरण का भी खयाल रखते हुए बनाया गया है। ये जगह असीम शांति से भरी है, दिल को छू लेने वाली है,और ये आपको अपनी ज़मीन से जोड़ती है।
बाली : शांति और सांस्कृतिक गहनता का मेल - बाली मेरे दिल के बहुत करीब है। ये वो जगह है जहाँ आध्यात्मिकता और खूबसूरत लक्ज़री एक साथ मिलते हैं। हमने एक ऐसी टूर बनाई है, जिसमें आप सिर्फ बाली घूमते नहीं हैं, बल्कि आप उसे महसूस भी करते हैं। चाहे आप ‘कॅनंग सारी‘ नाम की पूजा की चीज़ें बना रहे हों, मेलुकात नाम के शुद्धिकरण की रस्म में हिस्सा ले रहे हों, या अपने प्राइवेट विला में तैराकी करते हुए नाश्ता लेने के बाद बालीनीज़ कॉफी पी रहे हों। यहाँ हर पल आपको कुछ खास महसूस कराने के लिए है।
यहाँ आप ऊबुद और नुसा लेम्बोंगन में बढ़िया पूल विला में रहेंगे, नमक बनाने वाले गाँवों में जाएंगे, गरुड़ विष्णु केनकाना पार्क में देवदान शो देखेंगे, और तनाह बराक चट्टानों और वानागिरी हिडन हिल्स जैसी इंस्टाग्रामेबल जगहों पर घूमेंगे, सिर्फ फोटो खींचने के लिए नहीं, बल्कि इसलिए कि वो हमें अपने वास्तविक जीवन में भी बहुत प्रेरित करती हैं।
कई लोगों का कहना है कि ये लक्ज़री टूर्स बिल्कुल वैसे ही हैं, जैसे वे चाहते थे : ऐसी टूर्स जिसमें कोई जल्दी ना हो, जिसमें लोगों से जुड़ने का मौका मिले, और जिसमें बस आराम से रहने का समय मिले। और सबसे अच्छी बात ये है कि इन टूर्स के दौरान वीणा वर्ल्ड का टूर मॅनेजर हमेशा आपके साथ होता है, ताकि आप बिना किसी टेंशन के घूम सकें और आपको ऐसे लोग मिलें, जो आपकी तरह ही दुनिया स्टाइल के साथ घूमना चाहते हैं!
हमें अपने पहले लक्ज़री टूर के मेहमानों से भरपूर प्यार और तारीफें मिली हैं, खासकर वो मेहमान, जो हमारे साथ कश्मीर घूमने गए थे। उनकी बातों से हमें ये यकीन हो गया कि हम जो सोच रहे थे वो बिल्कुल सही है, कि लोगों को इस तरह से आराम से और हर चीज़ को महसूस करते हुए घूमने की सच में ज़रूरत है। उनकी बातों और अनुभवों से हमें और भी अनेक लक्ज़री टूर्स बनाने की प्रेरणा मिली है, जिनमें आप भारत की और दुनिया की अनेक शानदार जगहों पर घूम सकते हैं। तो यहाँ ऐेसे लेख पढ़ते रहिए और वीणा वर्ल्ड की वेबसाइट देखते रहिए, जहाँ हम आपको एक से बढ़कर एक नई जगहों के बारे में जानकारी देते रहेंगे।
क्योंकि वीणा वर्ल्ड में हम सिर्फ घूमने-फिरने का प्लान ही नहीं बनाते हैं, बल्कि हम आपके लिए ऐसे अनुभव भी बनाते हैं, जो आपको ठहरने, चीज़ों को महसूस करने और लोगों से जुड़ने का मौका देते हैं।
तो चलिए, हमारे साथ आइए। आइए, हम धीमे-धीमे, शांति और सुकून से घूमें और आनंद लें। आइए, अपने दोनों हाथों में लड्डू होने की कहावत को सच करके दिखाएँ।
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