Published in the Sunday Navbharat Times on 13th July 2025
‘अप्रैल में आइलँड्स?‘ हमारी ग्रीक पार्टनर निकोलेटा ने हल्के से हँसते हुए कहा। ‘ओह, वहाँ बकरियों के अलावा कुछ नहीं होगा!‘ उसने आँख मारते हुए कहा। ‘सब कुछ क्लोज़्ड है। इन आइलँड्स पर जाने का सही समय, खास तौर पर छोटे आइलँड्स पर, गर्मियों में ही होता है।‘ उस एक बात से मेरे दिमाग में एक बिलकुल नया विचार आया, कि मैं खुद को एक ट्रिप तक ही सीमित क्यों रखूँ? ग्रीस दो बार क्यों न जाऊँ... या तीन बार भी जाया जा सकता है। एक बार गर्मियों में, जब इन आइलँड्स की सुनहरे रंग की खूबसूरती का अनुभव करने के लिए, और दूसरी बार, शायद सर्दियों में, जब मेनलँड के कम जाने-माने उत्तरी इलाकों को देखने के लिए। और इसके बाद भी यहीं क्यों रुकें? आसपास के पड़ोसी देशों को देखने के लिए तीसरी ट्रिप भी क्यों न लगाई जाए, जिसमें इजिप्ट या साइप्रस जाया जा सकता है, जिनके बारे में अनेक किवदंतियाँ मशहूर हैं और जहाँ इतिहास प्राचीन पत्थरों से फुसफुसाता पाया जाता है? आखिर आप केवल एक या दो हफ़्तों में 5,000 साल से भी ज़्यादा पुरानी सभ्यता को कैसे आत्मसात कर सकते हैं?
ग्रीस केवल एक घूमने-फिरने की जगह भर नहीं, बल्कि उससे कहीं ज़्यादा है, ये एक इमोशन भी है। जब मैं अपनी आँखें बंद करती हूँ और ग्रीस के बारे में सोचती हूँ, तो मुझे सिर्फ सफेदी वाले घर और नीले गुंबद ही नज़र नहीं आते, बल्कि मैं कुछ और भी महसूस करती हूँ। मैं भूमध्यसागरीय हवा, फ्रेश ब्रेड पर ऑलिव ऑईल की गर्माहट और काल्डेरा के नीचे सूरज डूबने पर वाइन के गिलासों की खनकती आवाज़ें भी सुनती और महसूस करती हूँ। वास्तव में ग्रीस का एक टुकड़ा मैं अपने साथ लेकर आई हूँ - सँटोरिनी की लकड़ी पर बनी एक छोटी पेंटिंग, जो अब मेरी बालकनी में लटकी हुई है, जिसे मैंने बहुत सोच-समझकर खिलते हुए बोगनविला के बगल में रखा है। जब भी ये फूल पूरी तरह खिलते हैं, तो ऐसा लगता है, जैसे मैं वापस उस आइलँड पर पहुँच गई हूँ।
यहाँ 6000 से ज़्यादा स्टँड्स और टापू हैं, जिनमें से 227 पर ही लोग रहते हैं, इसलिए यह तय करना मुश्किल होता है कि हमें कौनसे आइलँड पर जाना है। कुछ ट्रैवलर मुझसे कहते हैं, ‘हम सँटोरिनी जैसी जगहों पर नहीं जाना चाहते हैं, जो मेनस्ट्रीम में है।‘ लेकिन सच यह है कि सँटोरिनी एक खास वजह से मेनस्ट्रीम में आया है। क्योंकि यह अद्भुत है, जादुई है और स्वप्निल है। इसे इतिहास के सबसे बड़े ज्वालामुखी विस्फोटों (लगभग 1600 ईसा पूर्व) में से एक से आकार मिला था और यह आइलँड एक भूवैज्ञानिक आश्चर्य है। यहाँ लाल, काली और सफेद रेत के समुद्री तट हैं, अद्भुत चट्टानें हैं और सूर्यास्त के लुभावने दृष्य हैं, जिसके कारण लोग सूरज की आखिरी किरण के गायब होने पर तालियाँ बजाने पर मजबूर हो जाते हैं।
और फिर भी, यहाँ पानी का कोई प्राकृतिक स्रोत नहीं है। यहाँ पानी की हर बूंद को या तो डीसॅलिनेटेड किया जाता है, या फिर उसे बाहर से मँगवाया जाता है। बारिश में पानी का स्वाद अक्सर थोड़ा नमकीन होता है। फिर भी, यह मेरी पसंदीदा जगहों में से एक है, न केवल खूबसूरत नज़ारों के लिए, बल्कि शांति की भावना के लिए ़िफरा में सैर, इया के ब्लू डोम और फेरी राइड्स, जो ग्रीस में कम नवीनता और ज़्यादा लाइफस्टाइल के गवाह हैं।
वहाँ जाने से पहले मेरे दिमाग में फेरी और उस पर यात्रियों की एक रोमँटिक इमेज थी, क्योंकि मैंने ‘माम्मा मिया‘ और ‘माय बिग फॅट ग्रीक वेडिंग‘ जैसी फिल्में देख रखी थी, और फेरी ने मुझे निराश नहीं किया। वो फेरीज़ बड़ी, स्थिर, कुशल और यहां तक कि कारों तक को लाने और ले जाने में सक्षम होती हैं और इन आइलँड्स की सैर का एक शानदार तरीका हैं।
ग्रीस का दिल ग्रीक विलेज लाइफ है, जो यहाँ का असली खज़ाना है। अगर सूर्यास्त के नज़ारे आपको आकर्षित करते हैं, तो यहाँ के गाँव आपका दिल चुरा लेंगे। सेंटोरिनी की हिडन आर्ट शॉप्स से लेकर हाथ से बने गहने बेचने वाली कॉबलस्टोन गलियों तक, अगर आप धीरे-धीरे आगे बढ़ें तो यहाँ आपको बहुत कुछ देखने को मिलेगा। उदाहरण के लिए सिमी, ग्रीस के सबसे सुंदर छोटे गाँवों में से एक है, जहाँ रोड्स के बड़े आइलँड से बोट की मदद से पहुँचा जा सकता है। यहाँ बने पेस्टल हाउस सूरज की रोशनी में चमकते हैं और इसका श्रेय 19वीं सदी के वेनेशियन कानून को जाता है, जिसके कारण आज भी यहाँ का आर्किटेक्चर आकार लेता है। यह कभी स्पाँज-डाइविंग कॅपिटल था और इसके पैनोर्मिटिस मोनेस्ट्री के बारे में कहा जाता है कि इसमें कई चमत्कारी शक्तियाँ हैं। कई लोगों का मानना है कि यहाँ प्रार्थना करने से स्वास्थ्य-लाभ और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
रोड्स वह जगह है जहाँ समय रुक जाता है। ऊँची दीवारों, पक्की सड़कों और नाइट्स ऑफ सेंट जॉन की गूँज से घिरा ये एक मध्ययुगीन गाँव है। कभी कोलोसस ऑफ रोड्स का घर रही यह जगह प्राचीन दुनिया के सात अजूबों में से एक, और इसका ओल्ड टाउन यूरोप का सबसे बड़ा मध्ययुगीन शहर है। यह इतिहास की किताब में घूमने जैसा लगता है... सिवाय इसके कि यह वार्मर है, ब्राइटर है और ज़्यादा अलाइव है। बस सुनिश्चित करें कि आपके पास आरामदायक जूते हों और आप में एक सेंस ऑफ एडवेंचर हो!
ग्रीस को अक्सर पश्चिमी सभ्यता का उद्गम स्थल कहा जाता है, और इसने दुनिया को अपने कुछ सबसे स्थायी और प्रभावशाली आइडियाज़ दिए हैं। प्राचीन एथेंस ने 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व के आसपास लोकतंत्र की अवधारणा प्रस्तुत की। फिलॉसॉफी के क्षेत्र में सुकरात, प्लेटो और अरस्तू जैसे महान विचारकों ने नैतिकता, तर्क और मानव अस्तित्व की प्रकृति को खोजा और आधुनिक दुनिया के लिए बौद्धिकता की नींव रखी। ग्रीस ने हमें ट्रॅजेडी और कॉमेडी के आविष्कार के साथ थिएटर भी दिया; सोफोकल्स और एरिस्टोफेन्स जैसे नाटककारों की कृतियाँ दुनिया भर में नाटक और साहित्य को प्रभावित करती रहती हैं। 776 ईसा पूर्व में ओलंपिया में पहली बार आयोजित ओलंपिक खेलों ने शारीरिक उत्कृष्टता और एकता का जश्न मनाया। गणित और विज्ञान में, यूक्लिड, पाइथागोरस और आर्किमिडीज़ जैसी अग्रणी हस्तियों ने ज्यामिति और भौतिकी में ऐसे सिद्धांत पेश किए, जो मौलिक बने हुए हैं। ग्रीक वास्तुकला, जिसके जीवंत उदाहरण पार्थेनन और उसके प्रतिष्ठित डोरिक स्तंभ हैं, ने समरूपता और सुंदरता के लिए समय की सीमाओं से परे मानक स्थापित किए हैं, जबकि उनकी मूर्तियाँ हमेशा से विस्मित करती रही हैं। इसके अलावा होमर की महाकाव्यात्मक कहानियों से लेकर देवताओं और नायकों की कालातीत कहानियों तक, ग्रीक पौराणिक कथाओं और साहित्य ने संस्कृतियों में कहानी कहने की भावना को आकार दिया है। संक्षेप में, ग्रीस ने दुनिया को ज्ञान, सुंदरता और मानवीय भावना की विरासत दी है, जो यह परिभाषित करती है कि हम कैसे सोचते हैं, शासन करते हैं, सृजन करते हैं और सपने देखते हैं।
और यह सब एथेंस में जीवंत हो उठता है। एक्रोपोलिस की तलहटी में स्थित पुराने इलाके प्लाका से गुज़रना समय यात्रा करने जैसा लगता है। आपको संकरी गलियाँ, फूलों से सजी बालकनियाँ और चीनी मिट्टी के बर्तन, चप्पल और सोने के गहने बेचने वाली दुकानें दिखाई देंगी,जो आज भी वैसी ही हैं, जैसी वे सदियों पहले हुआ करती थीं।
एक्रोपोलिस शहर के ऊपर गर्व से बसा हुआ है और यह लाल, नीले और सुनहरी चमकीले रंगों में रंगा हुआ है। पार्थेनन एक्रोपोलिस पर बना मुख्य मंदिर है, जिसे 447 और 438 ईसा पूर्व के बीच बनाया गया था, और यह एथेंस की संरक्षक देवी एथेना पार्थेनोस को समर्पित है। बहुत पहले, इस शहर का कोई नाम नहीं था। समुद्र के देवता पोसाइडन और ज्ञान की देवी एथेना, दोनों ने एक-एक उपहार दिया। पोसाइडन ने धरती पर प्रहार किया, जिससे समुद्री शक्ति का प्रतीक, एक खारे पानी का झरना बन गया। इसके विपरीत, एथेना ने पहला जैतून या ऑलिव का पेड़ लगाया, जिससे भोजन, तेल, लकड़ी और शांति जैसी चीज़ें उपलब्ध हुई। लोगों ने एथेना के उपहार को चुना और शहर का नाम उसके सम्मान में एथेंस रखा गया। आप इसके एक प्रतीक के रूप में जैतून का पेड़ देख सकते हैं, जो अभी भी एक्रोपोलिस पर एरेचेथियोन मंदिर के पास खड़ा है।
ग्रीक पौराणिक कथाओं का विस्तार पड़ोसी देशों तक भी है। अगर ग्रीस ने हमें एथेना दिया, तो पड़ोसी साइप्रस ने हमें प्रेम, सौंदर्य, आनंद और इच्छा की देवी एफ़्रोडाइट दी।
एफ़्रोडाइट प्रजनन क्षमता, जुनून और यहाँ तक कि समुद्री जीवन के अनेक पहलुओं से जुड़ी हुई थी, क्योंकि वह समुद्री झाग से पैदा हुई थी (इसलिए उसका संबंध साइप्रस और पाफोस जैसी जगहों से है, जो उसके पौराणिक जन्मस्थान हैं)। पाफोस की एक दिन की यात्रा पर आप पेट्रा टू रोमियोउ जा सकते हैं, जो वह पौराणिक स्थान है, जहाँ एफ़्रोडाइट के समुद्री झाग से उभरने की बात कही जाती है। साइप्रस में आप प्राचीन किंगडम ऑ़फ कौरियन की सैर कर सकते हैं, जो समुद्र के ऊपर एक ग्रेको-रोमन एम्फीथिएटर है, और यहाँ आप टूंब्स ऑफ द किंग्स पर चौथी शताब्दी के मोज़ाइक को देखकर दाँतों तले उंगलियाँ दबा सकते हैं।
यहाँ एक खूबसूरत ड्राइव करते हुए आप ट्रूडोस पर्वत और बादलों तथा देवदार के जंगलों से घिरे पवित्र कायकोस मॉनेस्ट्री तक जा सकते हैं। यहाँ आप अपने दिन का समापन ओमोडोस में कर सकते हैं, जो वाइन, पक्की सड़कों और मिठास भरे साइप्रस आतिथ्य से परिपूर्ण एक सुरम्य गाँव है। आप देखेंगे कि आपको पता भी नहीं चला और आपने अपनी बकेट लिस्ट से एक और देश के नाम पर निशान लगा दिया है!
ग्रीस और साइप्रस स़िर्फ भ्रमण करने की जगहें भर नहीं हैं, बल्कि वे अनूठी भावनाएँ भी हैं। वे आपके साथ ही रह जाते हैं। आपकी स्किन में, आपके सेंसेस में, आपकी अंतरात्मा में। भोजन, गर्मजोशी, इतिहास, मिथक - ये सब आपका हिस्सा बन जाते हैं। आप इतना सबकुछ एक यात्रा में नहीं देख सकते थे। लेकिन शायद यही तो बात है।
यहाँ एक बार खूबसूरत नज़ारे देखने के लिए जाएँ। फिर दोबारा जाएँ यहाँ के गाँवों के लिए। फिर जाएँ कहानियों के लिए। क्योंकि यहाँ के आइलँड आपको बुलाते हैं। यहाँ के देवता आपकी प्रतीक्षा करते हैं। और कहीं नीले आसमान के पार, हवा में बोगनविला झूम रहा होता है - स़िर्फ आपके लिए।
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